नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद और पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज गुरूवार को दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) का दौरा किया, जहाँ उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों से सीधा संवाद किया। यह दौरा कई मायनों में महत्वपूर्ण रहा-खासकर जब देश में नई शिक्षा नीति, आरक्षण व्यवस्था और छात्र राजनीति जैसे मुद्दे सुर्खियों में हैं।
राहुल गांधी ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (DUSU) के दफ़्तर पहुंचकर छात्रों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। छात्रों ने शिक्षा की गिरती गुणवत्ता, बढ़ती फीस, रोजगार के अवसरों की कमी, और आरक्षण से जुड़ी चिंताओं को खुलकर साझा किया।
शिक्षा और आरक्षण पर खुली चर्चा
छात्रों के साथ बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने नई शिक्षा नीति (NEP 2020) पर गंभीर सवाल उठाए और कहा कि यह नीति छात्रों की सामाजिक व आर्थिक विविधता को नज़रअंदाज़ करती है। उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर कहा कि यह सिर्फ सामाजिक न्याय का प्रश्न नहीं, बल्कि बराबरी का अधिकार है जिसे कमजोर वर्गों से छीनने की कोशिश की जा रही है।
छात्र राजनीति पर भी बोले राहुल
राहुल गांधी ने छात्रसंघ की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि, “छात्र राजनीति लोकतंत्र की नींव होती है। अगर छात्रों की आवाज़ को दबाया गया, तो देश की राजनीति भी कमजोर होगी।”
राजनीतिक संदेश भी साफ
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह दौरा राहुल गांधी की युवा केंद्रित रणनीति का हिस्सा है। वे लगातार युवाओं के बीच जाकर संवाद स्थापित कर रहे हैं और शिक्षा व रोजगार जैसे मुद्दों को चुनावी बहस का केंद्र बनाना चाहते हैं।
Leave a Reply