ठाकुरद्वारा।जानलेवा बुखार से भाई-बहन की दर्दनाक मौत हो गई। जिससे क्षेत्र में बीमारी की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग के सारे दावे खोखले साबित होते दिखाई दे रहे है। नगर के मोहल्ला वार्ड 2 निवासी हरवंश कुमार नगर पालिका कार्यालय सहारनपुर से लिपित के पद से रिटायर्ड हुए थे।वह वर्तमान में ठाकुरद्वारा के वार्ड 2 में रह रहे थे। उनकी बहन वीरू देवी भी इसी मोहल्ले में रहती थी। करीब पांच दिन पूर्व दोनो को बुखार आया। पहले नगर के डाक्टरों से दवाई दिलाई गई। हालत में सुधार न होने पर उत्तराखंड के काशीपुर में प्राइवेट अस्पताल में भती कराया गया।जहां से उनको हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। वार्ड सभासद राकेश कुमार ने बताया कि उनको उपचार के लिए ले जाते समय दोनो बहन भाई का 15 मिनट के अंतराल में देहांत हो गया। उन्होंने बताया कि डाक्टरों ने उनको डेंगू होना बताया था। दोनो की प्लेटलेटस बहुत कम हो चुकी थी।
भाई-बहन की मौत से मोहल्ले में कोहराम मच गया। स्वजनों का रोते बिलखते बुरा हाल था। लगातार हो रही मौत के कारण बुखार पीडितों में दहशत है। उधर बुखार की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नाहरवाला में 52 और नगर के वार्ड 2 में 50 मरीजों का परीक्षण किया। जिसमें 23 लोग बुखार संक्रिमित पाए गए।
कोतवाली क्षेत्र के गांव रामूवाला शेखू निवासी 17 वर्षीय अनस पुत्र दिलशाद को आठ दिन पहले बुखार आया था। उसको प्राइवेट चिकित्सकों से दवाई दिलाई गई। उसकी हालत में सुधार नहीं हो सका। जिसपर उसने बुधवार को दम तोड दिया।परिवार के मुखिया और मृतक के पिता रोजी रोटी के लिए सउदी अरब गए हुए है। पिता के आने की इंतजार में उसका दफनाया नहीं गया है।
उधर शरीफ नगर निवासी याकूब पुत्र अययूब को सात दिन पहले बुखार आया था। बुखार के कारण उसकी प्लेटलेटस कम हो गई थी जिससे उसकी सुबह करीब चार बजे मौत हो गई। मौत की सूचना पर दोनो परिवार में कोहराम मच गया। दोनो ही परिवारो का रोते बिखलते बुरा हाल है।