ठाकुरद्वारा।तीन तलाक़ पीड़िता को न्याय की गुहार लगाना इतना भारी पड़ गया कि दबंग उसको घर से उठाने पहुँच गए इस दौरान उसके परिवार के साथ जमकर मारपीट भी की गई।लेकिन घटना को 6 दिन बीत जाने के बाद भी मामले मे कार्यवाही तो दूर कोतवाली पुलिस ने घटना को ही झूठा ठहरा दिया है।हालांकि पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पति के खिलाफ तो मुक़दमा पंजिकृत कर लिया है,लेकिन घर से पीड़िता को उठाने के प्रयास के सम्बंध मे दी गयी तहरीर को कोतवाली पुलिस झुठला रही है।जिससे आहत होकर पीड़िता ने अब डीआईजी व एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई है।
यह है घटनाक्रम
नगर के मौहल्ला 08 निवासी एक विवाहिता ने 19 सितम्बर को कोतवाली पुलिस को तहरीर सौंपते हुए अपने पति अख़्तर खां उर्फ़ बबलू पुत्र स्व.शाहिद खां पर दिनाँक 16 सितम्बर की सुबह लगभग 10 बजे तीन तलाक़ देने व मारपीट करने तथा जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था।जिसके बाद दिनाँक 21 सितम्बर की रात लगभग 9:30 बजे चन्दा खां,नबाव पुत्रगण शाहिद खां व ज़ाकिर पुत्र वाहिद खां व 7-8 अज्ञात लोग पीड़िता के घर पहुँचे और उसके परिजनों से मारपीट करते हुए पीड़िता को उठा कर ले जाने का प्रयास करने लगे,लेकिन पीड़िता के प्रयोजनों की चीख-पुकार से जब आस-पड़ोस के लोग इकट्ठा होने लगे तो आरोपी गाली-गलौच व जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए।जिसके बाद पीड़िता व उसके परिवार ने कोतवाली पहुँचकर कोतवाली प्रभारी व एक अन्य उच्चाधिकारी के सरकारी फोन नम्बर पर घटना की सूचना देते हुए पुलिस को पीड़िता की माँ द्वारा प्रार्थना पत्र सौंपा गया था।लेकिन उक्त मामले मे पुलिस ने आज तक कोई कार्यवाही नही की है।जबकि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं।
कोतवाली मे ही बैठी पुलिस ने कर ली जाँच
पीड़िता का कहना है कि उसको उठाने का प्रयास व परिवार के साथ मारपीट के मामले मे 6 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने घटनास्थल पर जाने की ज़हमत गवारा नही की,बल्कि आरोपी पक्ष से हमसाज़ होकर थाने मे बैठकर ही उसकी माता द्वारा की गई शिकायत को झूठा ठहरा दिया है,जबकि पीड़िता का कहना है कि उसके पास घटना के तत्काल बाद पुलिस को दी गयी जानकारी से सम्बंधित साक्ष्य मौजूद हैं।
SSP व DIG से मुलाक़ात के बाद जगी न्याय की आस
पीड़िता का कहना है कि उसने व उसके परिजनों ने डीआईजी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिलकर सारे मामले से अवगत कराया है उन्होंने उन्हें न्याय का पूर्ण भरोसा दिलाया है,अधिकारियों द्वारा बातचीत किए जाने के बाद उसे व उसके परिवार को भरोसा है कि अब उन्हें न्याय मिलेगा।वहीँ बता दें कि अपने साथ हुए अन्याय को पीड़िता ने माननीय मुख्यमंत्री के ऑफिस तथा राज्य महिला आयोग मे भी दर्ज करा दिया है।