500 लड़कियों के बीच परीक्षा हॉल में खुद को अकेला पाकर बेहोश हुए छात्र के मामले में नई कहानी सामने आई है. 12वीं क्लास के इस छात्र के एडमिट कार्ड पर लिंग के कॉलम में पुरुष की जगह महिला लिखा हुआ था. इसी वजह से उसका एग्जाम सेंटर लड़कियों के बीच पड़ गया,और 500 परीक्षार्थी छात्राओं के बीच जब छात्र ने खुद को इकलौता पाया तो वह नर्वस हो गया. इसके चलते उसे घबराहट और बेचैनी होने लगी और फिर तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा.
परीक्षक कर रहे थे बार-बार सवाल
इसके अलावा, छात्र की तबीयत बिगड़ने की एक वजह यह भी रही कि परीक्षा हॉल में परीक्षक बार-बार उससे सवाल-जवाब कर रहे थे. दरअसल, सिर्फ लड़कियों के लिए बनाए गए सेंटर पर इकलौते लड़के को देख सवाल लाजिमी थे. वहीं, पेपर के बीच सवालों से छात्र मनीष शंकर काफी विचलित हो गया और बेहोश होकर नीचे गिर पड़ा. छात्र को वहां से इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया और फिर प्राथमिक इलाज मिलने के बाद परिजन उसे राजधानी पटना के अस्पताल ले गए.
500 छात्राओं के बीच अकेला पाकर होने लगी घबराहट
गौरतलब है कि बिहार शरीफ के अल्लामा इकबाल कॉलेज में पढ़ने वाले 12वीं क्लास के छात्र मनीष शंकर की बोर्ड परीक्षा केंद्र ब्रिलियन्ट स्कूल सुंदरगढ़ में पड़ा था. 2 फरवरी को सुबह 9:30 से 12:45 तक अतिरिक्त विषय मैथमेटिक्स का एग्जाम होना था. मनीष सुबह परीक्षा केंद्र पर पहुंचा तो उसने देखा कि उसके केंद्र पर सिर्फ छात्राएं ही छात्राएं हैं. उनके बीच इकलौता वही छात्र है. करीब 500 छात्राओं के बीच अकेला खुद को पाकर परीक्षार्थी मनीष शंकर परेशान होने लगा और अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और वह बेहोश हो गया.