मेरठ। एलेक्जेंडर एथलेटिक क्लब का चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहा है, वैसे-वैसे क्लब में माहौल गरमाता जा रहा है। इस बार मुकाबला राकेश जैन पैनल और परिवर्तन परिवार के बीच माना जा रहा है। लेकिन चुनावी सरगर्मियों के बीच एक बार फिर से परिवर्तन परिवार की पुरानी विवादित छवि चर्चा का केंद्र बन गई है।

अनियमितताओं की गूंज फिर तेज़
परिवर्तन परिवार से जुड़े रहे पूर्व पदाधिकारी मुकेश गुप्ता पर वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप लग चुके हैं। उनके कार्यकाल में सामने आई 35 लाख रुपये से अधिक की गड़बड़ी और सदस्यता रद्द होने का मामला आज भी क्लब की राजनीति में बड़ा मुद्दा बना हुआ है।
नई कार्यकारिणी द्वारा गठित जांच कमेटी ने कई लेन-देन में बिना अनुमोदन खर्च, संदिग्ध भुगतान और खातों में पारदर्शिता की कमी जैसी अनियमितताओं की पुष्टि की थी।
जांच रिपोर्ट आने के बाद 2022 में उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई और आम सभा ने भी इस फैसले पर मुहर लगाई थी। इतना ही नहीं, तत्कालीन कोषाध्यक्ष को भी आरोपित किया गया था, जिन्हें बाद में क्लब खाते में रकम जमा करनी पड़ी थी।
हालांकि यह घटना पुरानी है, लेकिन चुनाव के वक्त इन मामलों की यादें ताज़ा होना परिवर्तन परिवार के लिए मुश्किलें बढ़ा सकती हैं।
राकेश जैन पैनल ने साधा निशाना
चुनावी चर्चाओं में राकेश जैन पैनल के समर्थक इन पुराने मामलों को उठाकर परिवर्तन परिवार पर सीधा हमला बोल रहे हैं। उनका कहना है कि क्लब की प्रतिष्ठा और पारदर्शिता के लिए ऐसे पैनल का समर्थन करना क्लब की साख के साथ खिलवाड़ होगा।
सदस्यों में उत्सुकता
चुनाव की तारीख नज़दीक आने के साथ ही सदस्य यह देखने को बेताब हैं कि क्या पुराने विवादों के बावजूद परिवर्तन परिवार अपनी पकड़ बनाए रख पाएगा या राकेश जैन पैनल को स्पष्ट बढ़त मिलेगी।











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