ठाकुरद्वारा।60 वर्षीय बृद्ध महिला है ने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय महिला आयोग,डीजीपी,आईजी सहित तमाम वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाते हुए कोतवाली मे तैनात एक दरोगा पर गम्भीर आरोप लगाए है।पीड़ित बृद्ध महिला ने शिकायत मे कहा है कि उसकी बेटी के पति अख़्तर अली पुत्र शाहिद खां ने उसे दिनाँक 16 सितम्बर को तलाक़ दे दिया था।जिसकी शिक़ायत पीड़िता की बेटी द्वारा 19 सितम्बर को कोतवाली पुलिस से की गई थी।
आरोप है कि पुलिस ने तीन दिन तक कोई कार्यवाही नहीं की, उधर दिनाँक 21 सितम्बर की रात लगभग 9:30 बजे शिक़ायत किए जाने से बेटी की ससुराल पक्ष के चन्दा खां, नबाव खां पुत्रगण शाहिद खां व ज़ाकिर पुत्र वाहिद खां सहित लगभग दो दर्जन लोग मुझ 60 वर्षीय बृद्ध के घर आ पहुँचे,और पीड़िता की बेटी से अश्लील हरकतें करते हुए उसे उठाकर ले जाने लगे,विरोध करने पर परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मारपीट भी की,चीख़-पुकार की आवाज़ सुनकर आस-पड़ोस के लोगो के इकट्ठा होने पर आरोपी जान से मारने की धमकी देकर भाग गए,जिसकी शिकायत पीड़िता द्वारा तत्काल कोतवाली पहुँचकर पुलिस से की गई थी,कोतवाली प्रभारी को भी उक्त घटना की सूचना सीयूजी मोबाईल नम्बर 94544 04056 व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के मोबाईल नम्बर 94544 0029 पर दी गयी थी,साथ ही IGRS पोर्टल पर भी दर्ज कराई गई थी।
प्रार्थनी ने शिकायती पत्र मे कहा है कि मामले की विवेचना कर रहे उपनिरीक्षक ने आरोपी पक्ष से हमसाज़ होकर 21 तारीख़ में प्रार्थिनी के घर घटित घटना को दबाते हुए दिनाँक 22 सितम्बर की सुबह तीन दिन पूर्व प्रार्थिनी की पुत्री द्वारा दी गयी तीन तलाक़ की तहरीर के आधार पर उसके पति अख़्तर अली खां पुत्र शाहिद खां के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया,जबकि 21 सितम्बर की रात प्रार्थिनी के घर उसकी बेटी से छेड़छाड़ व घर से उठाने का प्रयास करने वाले आरोपियों से मोटी रक़म वसूल कर बिना घटना स्थल पर जाए ही मामले को झूठा बता दिया।महिला का आरोप है कि उक्त दरोगा ने आरोपियों से मोटी रक़म वसूलकर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए एक तरफ़ जहाँ उच्चाधिकारियों को ग़ुमराह किया है तो वहीं दूसरी तरफ़ कानून की आँख मे भी धूल झोकी है।पीड़िता का कहना है कि 21 सितम्बर की रात घटी घटना के सम्बंध में 20 दिन बीत जाने के बाद भी दरोगा की भृष्ट कार्यशैली के चलते उसके परिवार को न्याय नही मिला है,बल्कि दरोगा द्वारा आरोपियों को मिले संरक्षण से आरोपी चन्दा खां, अख़्तर खां, नबाव खां पुत्रगण शाहिद खां आदि प्रार्थिनी की बेटी के चरित्र पर लांछन लगते हुए प्रार्थिनी के बच्चों को रास्ते मे रोककर अंजाम भुगतने व पुलिस से हमसाज़ होने का हवाला देकर झूठे मुक़दमों मे फंसाने की धमकियां दी रहे हैं।
कभी भी दे सकते हैं वारदात को अंजाम
पीड़ित बृद्ध महिला ने बताया कि उसका परिवार संभल से आकर ठाकुरद्वारा मे बसा है,प्रार्थिनी के दो बेटे सऊदी अरब मे नोकरी करते हैं, तथा दो बेटे,दो बेटी घर पर ही रहते हैं जबकि आरोपी पक्ष का लगभग 40-50 सदस्यों का संयुक्त परिवार है,प्रार्थनी की बेटी द्वारा अख्तर अली पर कराए गए तीन तलाक़ के मुक़दमे व 21 सितम्बर की रात घटित घटना के सम्बंध मे आरपी पक्ष प्रार्थिनी के बच्चों से गहरी रंजिश रख रहे हैं।वहीँ पुलिस से मिल रहे संरक्षण के कारण उनके अंदर कानून का कोई डर नही है बल्कि उनके हौंसले बुलन्द है वह कभी भी उसके परिवार को जान व माल की हानि पहुँचा सकते हैं,जिसकी ज़िम्मेदारी ठाकुरद्वारा पुलिस प्रशासन की होगी।
शिकायती पत्र मे बृद्ध महिला ने गुहार लगाई है कि मामले को गम्भीरता से लेते हुए किसी ईमानदार अधिकारी से मामले की जाँच कराकर 21 सितम्बर की रात प्रार्थनी के परिवार के साथ घटित घटना की शिकायत के आधार व मुक़दमा दर्ज कराने व प्रार्थनी को न्याय से वंचित रखने वाले उपनिरीक्षक पर विभागीय कार्यवाही करने की कृपा करें,जिससे कानून व्यवस्था पर बृद्धा व उसके परिवार का भरोसा बना रहे।