वसीम अब्बासी
अम्बेडकरनगर। पिछले दिनो आईपीएस प्रभाकर चौधरी के बरेली से हटाए जाने के बाद एक तरफ़ जहाँ सरकार को शोशल मीडिया पर लोगो को भारी विरोध झेलना पड़ रहा है तो वहीँ अब इस मामले मे आईपीएस प्रभाकर चौधरी के पिता श्री पारसनाथ चौधरी ने बीजेपी सरकार से कड़ी नाराज़गी जताई है।
प्रभाकर (IPS) ने हिन्दुओ को बड़े नुकसान से बचाया
आईपीएस प्रभाकर चौधरी के पिताजी श्री पारसनाथ चौधरी ने दावा किया है कि जिस रास्ते से हिन्दू समाज के लोग कांवर यात्रा निकालने की ज़िद पर अड़े थे वहां यात्रा के दौरान यदि कोई घटना घटती तो मुस्लिम समुदाय के मुक़ाबले हिन्दू समाज को बड़ा नुक़सान पहुँचता, मेरे बेटे ने दोनो समुदाय को दंगो की आग मे जलने से बचाते हुए एक ज़िम्मेदार अधिकारी होने का कर्तव्य निभाया है।उन्होंने कहा कि शहर को दंगे से बचाने के लिए सरकार को जिस अधिकारी को सम्मानित करना चाहिए था उसे हटा दिया गया यह कहां का न्याय है।
BJP से नही अब कोई वास्ता
आईपीएस प्रभाकर चौधरी के पिता जी श्री पारसनाथ चौधरी ने दो टूक कहा कि वह बीजेपी से जुड़े रहे हैं और कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते पार्टी हित मे बड़ी ज़िम्मेदारी निभाई है लेकिन अब जहाँ तक हो सकेगा वह बीजेपी के खिलाफ़ रहेंगे,उन्होंने कहा कि वह ज़्यादा बड़े नेता तो नही हैं लेकिन 10-20 गांवो के लोग उनके अपने हैं जो उनकी बात का सम्मान रखेंगे।
सोशल मीडिया पर ख़ूब मिल रहा सम्मान
आईपीएस प्रभाकर चौधरी का 13 वर्ष की नोकरी के दौरान 21 बार ट्रांसफर हो चुका है,उनके बारे मे कहा जाता है कि वह पूरी निष्ठा और ईमानदारी से अपना काम करते हैं और किसी भी राजनीतिक दबाव मे आकर कभी कोई फैंसला नही लेते बल्कि उनके फैंसले आम जनता के हित मे होते हैं।प्रभाकर चौधरी को बरेली से हटाए जाने के बाद से जो लोग उनके बारे मे बहुत ज्यादा नही जानते थे वह भी जानने के लिए उत्सुक हैं और उन्हें रियल हीरो बताते हुए सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर उनकी शान मे क़सीदे पड़ रहे हैं।लोगो का मानना है कि एक ईमानदार,निडर अधिकारी ने उस बरेली को दंगे की आग से बचा लिया जो बरेली कई बार दंगो की आग मे जल चुका है।