दिल्ली-NCR में मंगलवार दोपहर लगभग 2:30 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में भी कई जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. झटके इतने तेज थे कि घरों-दफ्तरों में लोगों ने इन्हें महसूस किया. हालांकि, अभी तक जान माल के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई है.
घरों से निकलकर भागे लोग
जिस समय भूकंप के झटके महसूस किए गए उस समय लोग अपने-अपने कामों में व्यस्त थे.जैसे ही भूकंप के झटके महसूस हुई लोग घरों व दफ्तरों से निकलकर बाहर की तरफ़ भाग निकले,फ़िलहाल कहीं से भी किसी प्रकार की हानि की पुष्टि नही हुई है.
भूकंपों के अध्ययन और समझ में नदियाँ और सहायक नदियाँ (गंगा की सहायक नदियाँ) भूमिका निभा सकती हैं। उदाहरण के लिए, नदी के प्रवाह या जल स्तर में परिवर्तन पृथ्वी की पपड़ी के संचलन या स्थानांतरण का संकेत दे सकता है, जो विवर्तनिक गतिविधि और भूकंप से संबंधित हो सकता है। इसके अतिरिक्त, नदियों द्वारा जमा किए गए तलछट पिछले भूकंपों का रिकॉर्ड प्रदान कर सकते हैं और वैज्ञानिकों को इन घटनाओं की आवृत्ति और परिमाण निर्धारित करने में सहायता कर सकते हैं। कुछ मामलों में, जल स्तर या प्रवाह में परिवर्तन की निगरानी करके भूकंप के लिए पूर्व चेतावनी प्रणाली के लिए भी नदियों का उपयोग किया जा सकता है जो आसन्न भूकंपीय घटना का संकेत दे सकता है। कुल मिलाकर, भूकंप की निगरानी और अनुसंधान के लिए नदियाँ एक मूल्यवान उपकरण हो सकती हैं।