लखनऊ, 21 नवंबर। भारतीय इतिहास में कई प्रधानमंत्री ऐसे रहे हैं, जिन्होंने बड़े-ंबड़े बदलाव किये। उन्होंने अपने महान दृष्टिकोण और निर्णायक कदमों से महत्वपूर्ण क्षणों में देश का नेतृत्व किया। उनके कार्यकाल में कई ऐसे महत्वपूर्ण फैसले हुए, जिन्होंने देश की तकदीर बदली और भारत ने दुनिया पर अपनी छाप छोड़ी। अपने महत्वपूर्ण दृष्टिकोण और निर्णायक कदमों से इन नेताओं ने इतिहास में अपना नाम दर्ज किया और ऐसी अमिट विरासत छोड़ी, जिसने शानदार सफलता और प्रगति के एक युग को परिभाषित किया। ऐसे ही एक महत्वपूर्ण नेता थे स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी।अटल बिहारी वाजपेयी एक प्रभावशाली राष्ट्राध्यक्ष थे और भारत के लोग उनकी विरासत को बहुत अहमियत देते हैं। एण्डटीवी अपने नये शो ‘अटल’ के माध्यम से उनके बचपन के अनकहे पहलुओं को सामने लाने के लिये तैयार है।
यूफोरिया प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित यह शो आपको अटल जी के बचपन की झलक दिखायेगा, जिन्होंने बड़े होकर भारत का नेतृत्व किया और इसे एक महान राष्ट्र बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। शो की कहानी में अटल की माँ के साथ उनके गहरे सम्बंधों को दिखाया जाएगा, जिन्होंने उनकी धारणाओं, मूल्यों और चिंतन को गहराई से प्रभावित किया था। एक ओर भारत ब्रिटिशराज में गुलामी का सामना कर रहा था और दूसरी ओर देश आंतरिक कलह और धन, जाति तथा भेदभाव के विभाजन से जूझ रहा था। यूफोरिया प्रोडक्डन्स द्वारा निर्मित ‘अटल’ शो में व्योम ठक्कर ‘बाल अटल‘ के रूप में, नेहा जोशी अटल की मां ‘कृष्णा देवी वाजपेयी‘ के रूप में, आशुतोष कुलकर्णी पिता कृष्णा बिहारी वाजपेयी‘ के रूप में, मिलिंद देशपांडे दादाजी ‘श्यामलाल वाजपेयी‘ के रूप में, राहुल जेठवा बड़े भाई ‘अवध बिहारी वाजपेयी‘ के रूप में, आर्या जोशी, भाभी ‘अवध की पत्नी‘ के रूप में, प्रियांशू गांधी ‘सदा बिहारी वाजपेयी‘ के रूप में, सक्षम श्रृंगऋषि ‘प्रेम बिहारी वाजपेयी‘ के रूप में और एलिना ‘उर्मिला बिहारी वाजपेयी‘ के रूप में एवं एलिन ‘कमला बिहारी वाजपेयी‘ के रूप मे नजर आयेंगे।
आज राजधानी में हुइ्र प्रेेस कांफ्रेंस में एण्डटीवी के बिजनेस हेड विष्णु शंकर ने कहा, ‘‘ हमारा नया शो ‘अटल’ श्री अटल बिहारी वाजपेयी के बचपन की एक दमदार कहानी है। अटल जी के बचपन के बारे में ज्यादातर लोगों को नहीं पता है। यह कहानी उनके शुरूआती अनुभवों और चुनौतियों पर एक अनूठा नजरिया दिखाती है।’’ ‘अटल’ शो के लेखक शांति भूषण ने बताया, ‘‘स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने भारतीय राजनीति को नया आकार दिया। हमारा शो ‘अटल’ आज की पीढ़ी को प्रेरित करना और ऐसे आइडिया को बढ़ावा देने का एक मंच देना चाहता है, जो हमारे देश के गौरव को दुनिया के पटल पर लेकर जाए।’’
बाल अटल की भूमिका निभाने के बारे में व्योम ठक्कर ने कहा, ‘‘मैं बेहद उत्साहित और शुक्रगुजार हूँ कि मुझे बाल अटल की भूमिका निभाने का मौका मिला है। मैंने अटल जी के बारे में इतिहास की किताबों और अपने पैरेंट्स से ही सुना था, लेकिन कभी सोचा नहीं था कि एक दिन किसी टेलीविजन शो में उनके बचपन की भूमिका निभाऊंगा!’’ कृष्णा देवी वाजपेयी की भूमिका के बारे में बताते हुए, नेहा जोशी ने कहा, ‘‘मैं अटल की माँ कृष्णा देवी की महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर खुश हूँ। कृष्णा देवी वह आधार हैं, जिसने उनके बेटे अटल को ढाला। उन्होंने अटल को एक दृढ़ नजरिया दिया और दर्जे पर सवाल उठाने का स्वाभाविक रुझान भी उन्हें अपनी मां से मिला।’’
कृष्ण बिहारी वाजपेयी की भूमिका के बारे में आशुतोष कुलकर्णी ने कहा, ‘‘पर्दे पर बाल अटल के पिता की भूमिका निभाना मेरे लिए बेहद गर्व की बात है। 1930 के दशक में कृष्ण बिहारी वाजपेयी एक गंभीर शिक्ष एवं राष्ट्रवादी इंसान थे, जिनके ब्राह्मण परिवार में चार बेटे और तीन बेटियां थीं।’’