देहरादून।चमोली जिले के मजोठी गांव की बेटी मानसी नेगी ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करते हुए तमिलनाडु में गोल्ड मेडल जीता है. मानसी ने यह गोल्ड मेडल 82वीं ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी एथलेटिक्स प्रतियोगिता में 20 किमी वॉक रेस में जीता है. मानसी ने इस रेस को एक घंटे 41 मिनट में पूरा करते हुए न सिर्फ अपने प्रतिद्वंदियों को धूल चटाई, बल्कि स्वर्ण पदक भी हासिल किया.
गोल्डन गर्ल के नाम से मशहूर मानसी नेगी ने पिछले साल गुवाहाटी में 11 से 15 नवंबर तक 37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप के अंडर 20 महिला वर्ग की 10 हजार मीटर की वॉक रेस में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज एक्सीलेंस विंग में भी स्वर्ण पदक जीता था.
मानसी ने 47:30:94 मिनट में दौड़ पूरी कर नया नेशनल मीट रिकार्ड भी अपने नाम किया. इससे पहले यह रिकार्ड मुनीता प्रजापति के नाम था, जिन्होंने 47:53:58 मिनट में दौड़ पूरी की थी. इसके बाद एक बार फिर मानसी ने तमिलनाडु में 82वीं ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी एथलेटिक्स प्रतियोगिता में गोल्ड जीता है.
मानसी के कोच अनूप बिष्ट का कहना है कि मानसी बचपन से ही लगनशील और मेहनती है. मानसी ने अपनी मेहनत से आज यह मुकाम हासिल किया है. उन्होंने बताया कि इन दिनों मानसी महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज एक्सीलेंट विंग की खिलाड़ी है. मानसी की लगन और मेहनत को देखते हुए उन्हें लगता है कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक बड़ा मुकाम हासिल करेगी.
कौन है मानसी नेगी?
गोल्डन गर्ल के नाम से मशहूर मानसी नेगी सीमांत जनपद चमोली के मजोठी गांव की रहने वाली है. मानसी के पिता लखपत सिंह नेगी की 2016 में मृत्यु हो गई थी. मानसी की मां शकुंतला देवी ने गांव में ही खेती और मजदूरी कर अपनी बेटी को पढ़ाया और आगे बढ़ने का हौसला दिया. यही कारण है कि बेहद अभावों में भी उसके अंदर कुछ अलग करने का जज्बा हमेशा बना रहा. विपरीत परिस्थितियों में भी मानसी ने अपना हौसला नहीं खोया. मानसी को आगे बढ़ाने में उसके गुरुजनों और कोच का बहुत बड़ा योगदान रहा है. आज मानसी नेगी पहाड़ की बेटियों के लिए प्रेरणास्रोत है.