ठाकुरद्वारा।छेड़छाड़ पीड़ित महिला लगभग पिछले दो माह से थाने के चक्कर काट रही है लेकिन पुलिस है कि ख़ुद ही अदालती फ़रमान सुनाते हुए महिला की फ़रियाद नही सुन रही है,आप ही सोचिए जब पुलिस की मनमानी इस हद तक बढ़ जाए कि कौन सा मुक़दमा दर्ज करना है और किस फ़रियादी से थाने के चक्कर लगवाने हैं तो फिर माननीय न्यायालय का क्या काम,जी हाँ यह हम नही कह रहे बल्कि यह बयान दो महीने से थाने के चक्कर काट रही एक छेड़छाड़ की शिकार महिला का है।
नगर के वार्ड 09 मौहल्ला बड़ा बाज़ार निवासी एक महिला जो अपने पति के साथ मिलकर किराना की दुकान चलाती है,पीड़िता का आरोप है कि उसके पति की गैर मौजूदगी मे मौहल्ले का ही एक सिरफिरा युवक दिनाँक 3 अगस्त को उसकी दुकान मे घुस आया और उसका हाथ पकड़ते हुए उससे अश्लील हरकतें करने लगा,महिला के मुताबिक़ विरोध करने पर आरोपी युवक ने महिला के कपड़े फाड़ते हुए उसके साथ मारपीट की और शिक़ायत करने पर जान से मारने की धमकी देकर फ़रार हो गया।घटना के तुरन्त बाद जब महिला का पति दुकान पर पहुँचा तो पत्नी से आपबीती सुनकर पुलिस को 112 नम्बर पर सूचना दी।लेकिन मामले को दो माह बीत जाने के बाद भी आज तक पुलिस ने महिला को शिक़ायत पर कोई अभियोग पंजिकृत नही किया है।जबकि पीड़ित महिला मामले मे सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ सहित ज़िले भर के आला अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा चुकी है।
शिक़ायत करने पर धमकाने पहुँच गया आरोपी
महिला ने शुक्रवार को उपजिलाधिकारी को शिक़ायती पत्र सौंपते हुए बताया कि महिला द्वारा शिक़ायत किए जाने के बाद उसे कोई राहत तो नही मिली लेकिन आरोपी दिनाँक 06 अक्टूबर को उसे अकेला देखकर दुकान मे घुस गया और फैंसला करकर मामले को निपटाने तथा जान से हाथ धोने की चेतावनी देकर फ़रार हो गया।पीड़िता का आरोप है कि कोतवाली पुलिस आरोपी का बचाव कर रही है और दो माह बीत जाने के बाद भी न्याय नही मिला है,पीड़िता ने मुख्यमंत्री को भेजे गए शिकायती पत्र मे कहा है कि यदि उसे न्याय नही मिला तो वह आत्मदाह कर लेगी।