सूबे की तीसरी सबसे बड़ी बाघ आरक्षित रेंज मे गुलदार का क्षत-विक्षत शव मिलने से हड़कंप मच गया।वनकर्मियों ने मामले की सूचना क्षेत्रीय वनाधिकारी सहित आला अधिकारियों को दी।मौके पर जिसके बाद मौक़े पर पहुंचे अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण कर बाघ के हमले में तेंदुए की मौत होने की बात कही है।
बिजनौर के अमानगढ़ टाइगर रिजर्व रेंज में बीती देर शाम सेक्शन इंचार्ज भोपाल सिंह वन रक्षक मनोज कुमार, फूल सिंह, विपिन कुमार व जाफर अली के साथ रेंज में गश्त कर रहें थें। इसी दौरान रेंज के कंपार्टमेंट 7 में एक व्यस्क तेंदुए (गुलदार) का क्षत विक्षत शव पड़ा मिला। तेंदुए के शव मिलने की सूचना विभागीय अधिकारियों को दी गयी। क्षेत्रीय वनाधिकारी नगीना/अमानगढ़ प्रदीप कुमार शर्मा का कहना हैं कि घटना स्थल के पास बाघ के पग चिन्ह मिले हैं जिससे प्रतीत होता हैं कि बाघ के हमले में तेंदुए की मौत हुई हैं। मृतक मादा तेंदुए की उम्र लगभग चार वर्ष हैं तथा उसके सभी अंग सुरक्षित हैं।
घटना स्थल के आस पास मेटल डिडक्टर से सघन जांच/तलाश भी की गयी। तेंदुआ अनुसूचि एक का वन्यजीव होने के कारण उच्चाधिकारियों के दिशा निर्देशन पर गठित पैनल में डा. एसपी सिंह(कासमपुरगढ़ी), डा. धीरेन्द्र सिंह (अफजलगढ़), डा.उमा सिंह(कादराबाद) द्वारा तेंदुए का पोस्टमार्टम किया व बिसरा सघन जांच हेतु सुरक्षित रख लिया गया।
इस दौरान प्रभागीय वन निदेशक अरुण सिंह, उपप्रभागीय वनाधिकारी बिजनौर ज्ञान सिंह, उपप्रभागीय वनाधिकारी नजीबाबाद अंशुमन मित्तल, रेंजर प्रदीप कुमार शर्मा व समस्त रेंज स्टाफ मौजूद रहा। पोस्टमार्टम के बाद तेंदुए के शव को जलाकर नष्ट कर दिया गया। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद तेंदुए की मौत के वास्तविक कारणों का पता चल पायेगा।