वसीम अब्बासी
पंजाब पुलिस ने आखिरकार 36 दिन बाद वारिस पंजाब दे चीफ अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। खालिस्तान समर्थक को पुलिस ने मोगा के गुरुद्वारा से हिरासत में लेने के बाद गिरफ्तार किया। अजनाला कांड के बाद से वह फरार चल रहा था।तीन दिन पहले ही भगोड़े की पत्नी किरणदीप कौर को गुरुवार (21 अप्रैल) को अमृतसर एयरपोर्ट पर रोका गया था।
पंजाब पुलिस ने मोगा गुरुद्वारे से उसे गिरफ्तार किया गया है. पंजाब पुलिस की ओर से ट्वीट कर इसकी जानकारी दी गई है. वह कई दिनों से फरार चल रहा था.
पहले कहा जा रहा था कि अमृतपाल सिंह ने मोगा पुलिस के सामने देर रात सरेंडर किया है, लेकिन बाद में पंजाब पुलिस ने बताया कि अमृतपाल को गिरफ्तार किया गया है. उसे मोगा के रोड़ेवाल गुरुद्वारे से पकड़ा गया है, जहां उसे पुलिस उसे अमृतसर ले गई है. अमृतपाल को पंजाब पुलिस असम के डिब्रूगढ़ लेकर निकल गई है. उसे बठिंडा एयरपोर्ट से स्पेशल प्लेन से डिब्रूगढ़ लाया जा रहा है. बठिंडा एयरपोर्ट पर ही उसका मेडिकल चेकअप हुआ है.
पंजाब पुलिस के आईजी सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि आज सुबह पौने सात बजे अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया. हमें इंटेलिजेंस मिला था कि वह गुरुद्वारा के अंदर मौजूद है, जिसके बाद पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियों के संयुक्त ऑपरेशन में हमने पूरे गांव को घेर लिया था. हमने गुरुद्वारे की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. अमृतपाल की गिरफ्तारी एनएसए के तहत हुई है.
पंजाब पुलिस की ओर से ट्वीट कर कहा गया, “अमृतपाल सिंह को पंजाब के मोगा से गिरफ्तार कर लिया गया है. पंजाब पुलिस आगे की जानकारी बाद में शेयर करेगी.” इसके अलावा पंजाब पुलिस ने लोगों से अपील भी की है कि किसी भी तरह की अफवाह फैलाने से बचें.
इससे पहले पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने भी पंजाब पुलिस को फटकार लगाई थी कि जब उसके साथियों को पकड़ लिया गया तो अमृतपाल तक पुलिस कैसे नहीं पहुंच पाई. अब बताया जा रहा है कि अमृतपाल की गिरफ्तारी कर ली गई है. अमृतपाल बीते कई दिनों से फरार चल रहा था. उसने सोशल मीडिया के जरिए कई बार वीडियो भी जारी किए. कहा जा रहा था कि वो वैशाखी के मौके पर सरेंडर करेगा, लेकिन उसने सरेंडर नहीं किया. पंजाब पुलिस ने देशभर में नेपाल बॉर्डर तक ऑपरेशन चलाए. पंजाब पुलिस के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गईं.